भोपाल।।(जयदेव विश्वकर्मा 9584995363) मण्डला जिले की नैनपुर तहसील में जन्में अनुराग झारिया, वर्ष 2012 बैच में उपनिरीक्षक पद पर मध्य प्रदेश पुलिस की दूरसंचार शाखा में भर्ती हुए। भोपाल, सीधी, रीवा में अपनी सेवाएं देते हुए उन्होंने अपना एक अलग मुकाम हासिल कर लिया है। विंध्य, खासतौर पर जिला सीधी के लिए तो वह किसी फरिश्ते से कम नहीं प्रतीत होते।
जानकारी अनुसार आज तक जिस किसी ने रक्त की आवश्यकता के लिए उनसे संपर्क किया है, उसे नाउम्मीद नहीं होना पड़ा है। आप वर्तमान में डायल 100, मुख्यालय भोपाल में उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। वर्तमान में 36 बार रक्तदान कर चुके अनुराग आवश्यकता और उपलब्धता अनुसार स्वयं तथा अपनी टीम के साथ सदैव मदद के लिए खड़े रहते है। इनका कहना है कि भारतवर्ष में कहीं भी कभी भी किसी भी ग्रुप का ब्लड अरेंज करवाने का हौसला और भरोसा रखते हैं।
जीवन का पहला रक्तदान वर्ष 2001 में किया था। तबसे लेकर आज तक 36 बार रक्तदान कर चुके। कोविड़ महामारी की दूसरी लहर में, लोगों को मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र में ब्लड प्लाज्मा, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयां पहुँचाई हैं। इनका एक पहलू अच्छे शायर का भी है जो प्रतिदिन सोशल मीडिया में हौसला बढ़ाने वाली एक पोस्ट जरूर डालते हैं। दिन प्रतिदिन अनुराग झारिया के फॉलोअर्स की संख्या में इजाफा होता चला जा रहा है।वर्दी के फर्ज के साथ साथ मानवता का जो फर्ज अनुराग निभा रहे हैं, वो कबीले तारीफ है।