नागपुर. नागपुर पुलिस आयुक्त ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी भरे कॉल करने के मामले में संदेह के दायरे में आए कर्नाटक जेल के एक कैदी ने मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और पुलिस अब उन पांच लोगों के बयान दर्ज करेगी, जो फोन पर उसके संपर्क में थे. कर्नाटक पुलिस ने रविवार को कहा कि अब तक की जांच में पता चला है कि कथित कॉल करने वाला जयेश पुजारी बेलगावी की हिंडालगा जेल का कैदी है और उसे हत्या के एक मामले में एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी.
फोन करने वाले ने खुद के दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य होने का दावा करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के नागपुर कार्यालय में धमकी भरा फोन किया था और 100 करोड़ रुपये की मांग की थी. संवाददाताओं से यहां बात करते हुए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि मंगलुरु के रहने वाले पुजारी से नागपुर पुलिस की एक टीम ने सोमवार को पूछताछ की, लेकिन उसने गडकरी को धमकी भरे फोन करने से इनकार किया. उन्होंने बताया कि नागपुर पुलिस अब पांच लोगों के बयान दर्ज करेगी, जिनसे संदिग्ध ने धमकी भरे कॉल करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन से संपर्क किया था. ये पांचों कर्नाटक के निवासी हैं.
आईपीएस अधिकारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता को धमकी देने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की गहन जांच की गई. कुमार ने बताया कि सीडीआर के अनुसार, पुजारी ने इन व्यक्तियों को भी फोन किया था और उनसे बेलगावी में मौजूद नागपुर पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की जाएगी तथा उनका बयान दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 के तहत दर्ज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कॉल पूर्वाह्न 11.25 बजे, 11.45 बजे और अपराह्न 12.32 बजे आए थे.