Microsoft Layoff: एक तरफ दुनिया में कोरोना महामारी का खौफ कायम है, वहीं कर्मचारियों की छंटनी की खबरें भी लगातार आ रही हैं। ताजा खबर दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट से है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने स्काई न्यूज का हवाला देते हुए बताया है कि कंपनी ने अपने 5 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला कर लिया है। दुनियाभर के अलग-अलग देशों में सेवाएं दे रहे इन कर्मचारियों को किसी भी वक्त पिंक स्लिप (Pink Slip) थमाई जा सकती है।
Microsoft Layoff: जानिए बड़ी बातें
Microsoft जैसी कंपनी में 5 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी का मतलब हजारों कर्मचारियों की नौकरी जाना है। कहा जा रहा कि मानव संसाधन और इंजीनियरिंग डिवीजनों में नौकरियों में कटौती की उम्मीद है।
बता दें, हाल के दिनों में कर्मचारियों की छंटनी की खबरें लगातार आई हैं। इस लिस्ट में अब माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनी का नाम भी जुड़ गया है।
माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल भी की थी छंटनीवहीं द वर्ज की एक अन्य रिपोर्ट में इसकी पुष्टि करते हुए लिखा गया है कि यह कंपनी की अब तक की सबड़े बड़ी छंटनी है। पिछले साल कोरोना काल के वक्त माइक्रोसॉफ्ट ने 1 प्रतिशत की छंटनी की थी।पिछले साल अक्टूबर में कंपनी ने करीब 1000 कर्मचारियों को बाहर निकाला था। तब कंसल्टेंट और कस्टमर तथा पार्टनर सॉल्यूशन्स विभागों पर गाज गिरी थी।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट पर अपनी क्लाउड इकाई एज़्योर को लेकर दबाव में है। व्यक्तिगत कंप्यूटर बाजार में लंबे समय की गिरावट के चलते विंडोज और उपकरणों की बिक्री में कंपनी को नुकसान हो रहा है।एक रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून 2022 तक कंपनी के पास 2,21,000 पूर्णकालिक कर्मचारी थे, जिनमें 1,22,000 संयुक्त राज्य अमेरिका में और 99,000 दुनिया के अन्य देशों में सेवाएं दे रहे थे।
जनवरी के पहले छह दिनों में 30 कंपनियों के कुल 30,611 लोगों को निकाल दिया गया है। Amazon के अलावा, इस लिस्ट में वीडियो होस्टिंग प्लेटफॉर्म Vimeo, तकनीकी दिग्गज Salesforce, क्रिप्टो एक्सचेंज हुओबी और कई अन्य बड़ी कंपनियां शामिल हैं।