साइबर अपराध, ऑनलाइन ठगी, फोन हैकिंग का डर सभी को रहता है. एक तरीके पर नकेल कसो तो दूसरा सामने आ जाता है. ये एक ऐसी समस्या है जिसका कोई पुख्ता इलाज नहीं है, लेकिन मोबाइल सिक्योरिटी ऐप्स इसमें थोड़ी मदद कर सकते हैं. लेकिन इसमें भी एक ‘लेकिन’ जुड़ा हुआ है. प्ले स्टोर पर इनकी भरमार है. दिमाग कनफुजिया जाता है कि कौन सा सेफ है और कौन सा नहीं. ऊपर से डेटा चोरी की चिंता अलग से. लेकिन-वेकिन के इस चक्कर में अगर सरकार का साथ मिले तो बात बन सकती है. हम बात कर रहे M-Kavach 2 ऐप की.
गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध M-Kavach 2 ऐप सिर्फ एंड्रॉयड स्मार्टफोन को ध्यान में रखकर बनाया गया है. ये ऐप वायरस तो स्कैन करता ही है, इसके साथ में फोन के लिए कवच का भी काम करता है.
भारत सरकार के C-DAC Hyderabad सेंटर ने ऐप को डेवलप किया है. यह मोबाइल डिवाइस के लिए एक सेफ़्टी सुरक्षा ऐपहै जो हैकिंग और मैलवेयर अटैक से सुरक्षा प्रदान करता है. एम-कवच अनधिकृत रूप से वाईफाई, ब्लूटूथ, कैमरा और मोबाइल डेटा जैसे फीचर्स के एक्सेस की भी चेतावनी देता है. मोबाइल चोरी हो जाने या गुम हो जाने की कंडीशन में ऐप यूजर्स को अपने फोन पर कॉन्टैक्ट और दूसरे डेटा, जैसे फोटो, को रिमोटली हटाने की सुविधा देता है. इतना ही नहीं, डिवाइस को फ़ैक्टरी सेटिंग्स पर रीसेट करने के साथ-साथ लोकेशन ट्रैकिंग की भी सुविधा देता है.
अपने नाम के मुताबिक कवच का भी काम करता है. मसलन आपने कोई ऐप डाउनलोड किया और उसमें कोई झोल है तो ऐप आपको आगाह करेगा. ऐप पूरी तरह फ्री है तो इस्तेमाल करने में कोई हर्ज नहीं है.
कवच ऐप के साथ आप ‘eSCAN’ सिक्योरिटी ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. विंडोज़ लैपटॉप और एंड्रॉयड स्मार्टफोन के लिए एंटीवायरस है. ‘eSCAN’ विशेषकर बॉट से निपटने में आपकी मदद करेगा. कहने का मतलब अगर आपको कोई संदिग्ध मेल, फर्जी SMS लिंक मिलता है तो पूरे चांस हैं कि ऐप उसको पहचान लेगा और आपको अलर्ट करेगा. वैसे तो M-Kavach 2 काफी है, लेकिन कहते हैं ना, एक से भले दो. इसलिए चाहे तो इसको भी डाउनलोड कर लीजिए.