मैहर, मध्यप्रदेश।।मैहर को जिला गौरव प्राप्त हुए एक वर्ष पूर्ण हो गए है।जिला बनते ही जिले के कलेक्टर एसपी की पदस्थापना हुई। जिला कलेक्टर पत्रकारो के प्रति कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक वर्ष में जिला कलेक्टर के साथ पत्रकारो की एक भी बैठक नही हुई। एक वर्ष में कलेक्टर द्वारा पत्रकारो के साथ कोई ब्रीफिंग नही की गई।
यहां तक कि कोई पत्रकार जिला कलेक्टर से मिलने जनहित की समस्याओं को लेकर जाता है तो बैठने तक के लिए नही बोला जाता। पत्रकार अपनी बातें खड़े खड़े इनसे बताए अगर बात इनसे कोई मुद्दे की करने को सोचे तो डरवाने का प्रयास इनके द्वारा किया जाता है। कितना बड़ा भी सामाजिक मुद्दा हो गरीब असहाय पीड़ित की बात हो इनके द्वारा कार्यवाही नही की जाती। और तो और इनके अधिनस्त जितने भी अधिकारी है पत्रकारो से ऐसे बात करते है जैसे पत्रकार इनका बधुआ मजदूर है।
प्रशासन की व्यवस्था पत्रकारों के प्रति बेपटरी
सवाल यह कि कही कोई समस्या होगी कोई भ्रष्ट्राचार हो रहा होगा वह भी प्रमाणित तो पत्रकार विभाग के जिम्मेवारो से सवाल जबाब तो करेगा और आपको उसको संतुष्ट करना होगा लेकिन इनके अधिकारी सवाल पूंछने पर पत्रकारो को लगता है लील जाएंगे। यानी जिला प्रशासन की तमाम व्यवस्थाएं पत्रकारो के प्रति बेपटरी है। ये कुछ भी करते रहे इनसे कोई पूंछे न। कलेक्टर से ये न पूंछा जाय कि संबंधित मुद्दे और खबर पर क्या कार्यवाही हुई।
जिला पत्रकार संघ ने बैठक कर बनाई रणनीति
जिला कार्यालय चाहे कलेक्टर का कार्यालय हो या पुलिस अधीक्षक का कुछ विशेष जिले से बाहर के लोग पत्रकारिता के नामपर चमकाते नजर आते है। एक को तो बकायदे घंटाघर रेस्ट हाउस में कमरा एलाट किया गया है मंशा क्या है किसी को नही पता। किसी भी आयोजन में पत्रकारो की कोई अहमियत नही। इन तमाम मुद्दों को लेकर जिला पत्रकार संघ ने आज बैठक कर यह सुनिश्चित किया है कि जबतक प्रशासन जिला कलेक्टर पत्रकारो से बात नही करती तबतक जिला पत्रकार संघ प्रशासनिक तमाम खबरों आयोजनों का बहिष्कार करेंगे। प्रशासन द्वारा बनाये गए ग्रुपो से दूरियां बना के रखेंगे। मंदिर की खबरों को दिखाएंगे लेकिन प्रशासन से जुड़ी उनके किसी व्यवस्था की खबर नही दिखाएंगे।
कलेक्टर की व्यावथाओ को लेकर मंत्री से करेंगे शिकायत
माननीय प्रभारी मंत्री के आगमन पर समय ले जिला कलेक्टर की व्यवस्थाओं की शिकायत दर्ज कराएंगे ज्ञापन सौपेंगे। बाबा अलाउद्दीन खाँ साहेब के आयोजन में अगर मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री का आगमन होता है तो उनके सामने पत्रकार अपना विरोध दर्ज कराएंगे लेकिन आयोजन की खबरों से दूरियां बना के रखेंगे।यह जिला कलेक्टर के अव्यवस्थाओं तानाशाही रवैया के साथ पत्रकारो के आत्म सम्मान की लड़ाई है जो उनकी बातें न माने जाने तक अनवरत जारी रहेगी।