बाड़मेर-जैसलमेर(jaismelar) लोकसभा क्षेत्र में शिव से विधायक और प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी(ravindra singh bhati) की नामांकन रैली में जुटी भीड़ के बाद बाड़मेर में त्रिकोणीय संघर्ष स्पष्ट हो गया। 24 घंटे पहले कांग्रेस प्रत्याशी की इसी जगह हुई रैली और निर्दलीय की रैली के समर्थन में जुटी भीड़ टक्कर की रही।
बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से नामांकन के लिए गुरुवार को अंतिम दिन था। पहले भाजपा की ओर से नामांकन रैली हुई। इस रैली में भाजपा ने जितनी भीड़ जुटाई थी उसके मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी की 3 अप्रेल को हुई रैली में भीड़ पहुंचने से कांग्रेस उत्साहित थी। कांग्रेस की सफल रैली ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा सहित सभी को प्रफुल्लित किया।
निर्दलीय ने उड़ाई भाजपा-कांग्रेस की नींद
निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में हुई बड़ी रैली ने अब कांग्रेस-भाजपा दोनों की नींद उड़ा दी है। दोनों ही मुख्य दल इस सीट पर अपने समीकरण बनने- बिगड़ने के गणित का आंकलन करने लगे है।
नामांकन वापसी पर नजर
नामांकन दाखिल करने के बाद अब तीन दिन तक नामांकन वापसी का समय है। इस समय में मान मनोव्वल, अंतिम प्रयास, रणनीति बदलने सहित कई प्रयास होने की संभावनाएं राजनीतिक जानकार लगा रहे है। ऐसे में अब अगली नजर नामांकन वापसी पर है।