सतना,मध्यप्रदेश।।स्थानीय सरस्वती शिशु मन्दिर कृष्णनगर सतना में दिनांक 28.09.24 दिन शनिवार को सायं 5ः00 प्रान्तीय शिशु वाटिका टोली बैठक का शुभारम्भ माननीय अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्राचार्य श्री गणेश प्रसाद मिश्र द्वारा कराया गया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना श्री प्रभात सिंह (क्षेत्र प्रमुख, शिशु शिक्षा मध्य क्षेत्र) द्वारा रखते हुये अपने उदबोधन में कहा गया कि वर्ग, बैठक, आयोजन, सम्मेलन विदया भारती का वैशिष्ट्य है। प्रान्तीय शिशु वाटिका टोली बैठक का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रभावी क्रियान्वयन करने के लिये इस बैठक में विचार विमर्श होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय योगेश ताम्रकार (महापौर,सतना) ने अपने उदबोधन में कहा कि शिशु वाटिका का नाम आते ही शिशुओं की वाटिका का बोध होता है। शिशुओं मंे संस्कार विकसित करने का कार्य सरस्वती शिशु मन्दिरों मंे शिशु वाटिका से प्रारम्भ होता है। शिशुओं में व्यक्तित्व निर्माण का कार्य भी शिशु वाटिका से प्रारम्भ होता है।
कार्यक्रम का विषय प्रबोधन प्रस्तुत करते हुए माननीय अमित दवे (संगठन मंत्री, महाकोशल प्रान्त) ने अपने उदबोधन में कहा कि विद्या भारती का भविष्य शिशु वाटिका है। शिशु ही सरस्वती शिशु मन्दिरों का स्वर्णिम भविष्य है। शिशु अधिक से अधिक प्रयोग करना शिशु वाटिका में ही सीखता है। शिशु को सामान्य ज्ञान की जानकारी अधिक से अधिक होनी चाहिये,समाज की यह अपेक्षा रहती है। कार्यक्रम के अध्यक्ष माननीय शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने आशिर्वचनों में कहा कि शिशु वाटिका शिशु विकास की महत्वपूर्ण आधारभूत प्रक्रिया है। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती प्रतिभा गिरि (प्रधानाचार्य,शिशु वाटिका) ने किया।
कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के कोषाध्यक्ष श्री विकास पाण्डेय,सह सचिव श्री देवेन्द्र माहेश्वरी,मनोनीत सदस्य श्री प्रदीप अवस्थी शिशु वाटिका सलाहकार समिति की संयोजिका श्रीमती शारदा कौशल,सह संयोजिका श्रीमती सुरेखा शर्मा,सदस्य श्रीमती किरण केशरवानी,सदस्य श्रीमती अंजली रत्नेश पाण्डेय, प्रान्त प्रमुख नगरीय शिक्षा श्री शिवानन्द सिन्हा,प्रादेशिक सह सचिव श्री नीरज खरे, जिला सचिव श्री भास्कर भट्टाचार्य, विभाग समन्वयक श्री रवि मिश्र,उप प्राचार्य श्री लवकुश मिश्र,प्रधानाचार्य श्री गणेश गोविन्द मिश्र,प्रधानाचार्य श्री गणेश द्विवेदी, सह प्रान्त प्रमुख, विभाग प्रमुख दीदियाँ,एवं विद्यालय के समस्त आचार्य,दीदियाँ उपस्थित रहीं।