सूखा में चल रही श्री मद भागवत कथा में रुकमणी विवाह में झूम झूम कर नाचे बाराती

जबलपुर।। ग्राम कालापाठा सूखा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आज छठवां दिन है कथा व्यास पंडित अतुल मिश्र ने कहा कि भागवत का प्राण है दशम स्कंध और दशम स्कंध का प्राण है गोपी गीत और गोपी गीत का प्राण है गोपी और गोपी के प्राण धन है। भगवान और भगवान के प्राण है श्री राधा जी उद्धव जैसे ब्रम्हज्ञानी को गोपी प्रेम से परिचित कराने के लिए भगवान ने उद्धव को वृंदावन भेजा था और उद्धव जैसे ज्ञानी को जब प्रेम का ज्ञान हुआ

तो वह भगवान से ये मांगते है को है भगवान हमे व्रज मंडल की धूल बना दो जिससे में गोपियों के चरणों को स्पर्श कर सकूं और भगवान के प्रेम में गोपी रोई वही गोपी गीत है। और जो गोपी गीत का पाठ करता है उसे व्रज मंडल का वास प्राप्त होता है। कथा उपरांत श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह मैं आयोजक नवल किशोर दीक्षित द्वारा भव्य बारात निकाली गई जिसमें झूम झूम कर नाचते हुए श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण का स्वागत किया। पूजा अर्चना की बारात ग्राम कालापाठा से प्रारंभ होकर कालापाठा टोला से होते हुए पांडाल की ओर प्रस्थान की गई। बारात में विभिन्न प्रकार की झांकियां सजाई गई एवं श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह उपरांत महा आरती का आयोजन किया गया। जिस में उपस्थित सरपंच नवल किशोर दीक्षित, स्वरूप सिंह, रवि मेहरा, अमित दीक्षित, मनीष दीक्षित, राजू साहू, चोबाराम ठाकुर, फूल सिंह डेहरिया, उपस्थित थे।

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