सतना ।।जिले के प्रभारी मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह ने अपने प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को रामनगर विकासखंड के मारकंडेय घाट पहुंचकर बाणसागर समूह जल प्रदाय प्रोजेक्ट के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। प्रभारी मंत्री डॉ शाह ने, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल और सांसद सतना गणेश सिंह के साथ ने मारकंडेय घाट, खरमसेड़ा, मनकहरी,
सुखबारी ग्राम का भ्रमण कर जल प्रदाय परियोजना के चल रहे कामों को देखा और कार्यों में तेजी लाकर समय-सीमा में परियोजना के कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, जल प्रदाय निगम के जनरल मैनेजर एसके जैन, निर्माण एजेंसी एल एण्ड टी के मैनेजर श्री इलेंगो भी भ्रमण के दौरान उपस्थित रहे।प्रभारी मंत्री डॉ शाह और राज्यमंत्री श्री पटेल अमरपाटन से सीधे खरमसेड़ा पहुंचे। यहां प्रोजेक्ट के तहत पहाड़ के एक सिरे में टनल बनाने का काम चल रहा है। डेढ़ किलोमीटर लंबी 3 मीटर व्यास की यह टनल की खुदाई एक सिरे की ओर खरमसेड़ा से लगभग 15 प्रतिशत कार्य हो चुका है। इसके पश्चात उन्होने रामनगर के मारकंडेय घाट पहुंचकर बाणसागर समूह जल प्रदाय प्रोजेक्ट के तहत बाणसागर से वाटर लिफ्टिंग के लिए बनाए जा रहे इन्टेल वेल का निरीक्षण किया। कार्यकारी एजेन्सी एल एंड टी के अधिकारियों ने बताया कि इन्टेक वेल का लगभग 42 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इन्टेक वेल का कार्य अगस्त 2022 तक पूरा कर लिये जाने की संभावना है। प्रभारी मंत्री ने इन्टेक वेल का कार्य पूरी गुणवत्ता और मजदूरों एवं कार्मिको की सुरक्षा के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसके बाद प्रभारी मंत्री डॉ शाह मारकंडेय से 2 किलोमीटर दूर सुखबारी गांव पहुंचे। यहां प्रोजेक्ट के तहत बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया।प्रभारी मंत्री डॉ शाह ने कहा कि टनल खुदाई का काम तेजी से करें, ताकि परियोजना के कार्य पूरे होकर लोगों को इसका लाभ जल्दी मिल सके। उन्होंने परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी एल एंड टी के अधिकारियों को कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री डॉ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हर घर को 2024 तक नल की टोंटी से जल पहुंचाने के महत्वाकांक्षी अभियान के तहत सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना से सतना के 5 विकासखंड रामनगर, मैहर, उचेहरा, अमरपाटन एवं रामपुर बघेलान के 1019 गांव के लगभग 3 लाख परिवारो को पेयजल उपलब्ध कराने की महती योजना है। इस परियोजना को 15 अगस्त 2023 तक पूरा करने का प्रयास करें। ताकि 5 विकासखंड के सभी परिवारों को वर्ष 2024 तक नल का पानी घर-घर पहुंचा सकें।प्रभारी मंत्री डॉ शाह ने कहा कि सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना के प्रगति की हर माह उनके द्वारा समीक्षा की जायेगी। उन्होने मार्कण्डेय घाट के जल राशि के बीच सरसी टापू पर ईको टूरिज्म की गतिविधियां भी विकसित करने की बात कही। उन्होने कहा कि यहां म.प्र. पयर्टन निगम का होटल बनाया जा रहा है। मार्कण्डेय घाट को पर्यटन के रुप में विकसित करने के लिये वन की अधिकृत भूमि पर अस्थायी संरचनाओं से पर्यटन की गतिविधियां भी चलाई जा सकती है।जल प्रदाय निगम के जनरल मैनेजर एसके जैन ने बताया कि 1135 करोड़ रुपये लागत की इस परियोजना से 5 विकासखंडो के 1019 गांव कवर होंगे। परियोजना का कार्य भौतिक रुप से 77 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। परियोजना के तहत बाणसागर में मार्कण्डेय घाट पर 206 एमएलडी की क्षमता का इन्टेक वेल, सुखवारी में 166 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और बड़ा इटमा के पास 5450 केएल क्षमता का ओएच एमबीआर का निर्माण चल रहा है। गोरसरी पहाड़ में एक तरफ से 1200 मीटर और दूसरी तरफ से 300 मीटर का खुदाई कार्य कर टनल का निर्माण किया जा रहा है। टनल का निर्माण वर्ष 2023 में पूरा होगा। तक तक पहाड़ के इस तरफ के 265 गांवो में इन्टेक वेल का काम पूरा होते ही लगभग 60 हजार घरो में नल कनेक्शन से अक्टूबर 2022 तक पेयजल पहुंच जायेगा।