ओडिशा के जाजपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक नवजात के जन्म के बाद उस बच्चे के पिता ने नवजात और उसकी मां दोनों को छोड़ दिया। पति ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि बच्चे के जन्म के बाद पति को बताया गया कि उसका बच्चा एक ‘ट्रांसजेंडर’ है। पति के ऐसा करने के बाद इसके बाद महिला ने भी यह निर्णय लिया कि वह बच्चे को अपने दम पर अकेले ही पालेगी।
दरअसल, यह घटना ओडिशा के जाजपुर जिले की है। जिले के हरिपुर गांव की रहने वाली इस महिला का नाम स्नेहलता बराल है और महिला की शादी तपन कुमार बराल के साथ मई 2021 में हुई थी। हाल ही में जाजपुर शहर के एक निजी नर्सिंग होम में दोनों के पहले बच्चे का जन्म हुआ। लेकिन बच्चे के जन्म के चलते पति काफी दुखी हो गया। उसने यहां तक निर्णय ले लिया कि वह उसे अनाथालय में छोड़ देगा।
इस घटना के बारे में महिला के भाई अरविंद राय ने बताया कि बच्चे को जन्म देने के तुरंत बाद मेरी बहन के पति ने जब यह सुना कि बच्चा ‘ट्रांसजेंडर’ है तो उसने और उसके परिवार ने बहन से कहा कि एक अनाथालय में नवजात को छोड़ दिया जाए। जब वह सहमत नहीं हुई तो उसके पति और ससुराल वालों ने उसे अस्पताल में बच्चे के साथ छोड़ दिया। इसके बाद वे सभी वहां से चले गए।
इतना ही नहीं घटना के बाद स्थानीय ट्रांसजेंडर एसोसिएशन ने इस मामले को जिला अधिकारियों के पास ले जाने का फैसला किया। जाजपुर ट्रांसजेंडर एसोसिएशन की अध्यक्ष काजल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आदमी ने अपने नवजात बच्चे को छोड़ दिया है। मैं एक ट्रांसजेंडर के रूप में लंबे समय तक पीड़ित रहा हूं। मैं नहीं चाहता कि बच्चे को हमारी तरह पीड़ित किया जाए। इसे अपने परिवार की देखभाल मिलनी चाहिए। मैंने जिला कलेक्टर से मांग की है कि बच्चे की मदद की जाए.
उधर जाजपुर के जिला कलेक्टर चक्रवर्ती सिंह राठौर ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि वे पति और उसके परिवार को सलाह दें। राठौर ने कहा कि हम सरकारी प्रावधानों के तहत महिला को हर तरह की मदद मुहैया कराएंगे। वहीं महिला ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर बच्चे को नहीं छोड़ेगी। ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट मीरा ने कहा कि बच्चे के इंटरसेक्स होने के बावजूद अपने बच्चे के साथ खड़े होने का फैसला करना मां की बहादुरी है।