FIFA Lifts Ban on AIFF: भारतीय खेलों के लिए शुक्रवार खुशखबरी लाने वाला काफी महत्वपूर्ण दिन रहा। फुटबॉल की वैश्विक संस्था फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर लगाया गया प्रतिबंध शुक्रवार को हटा दिया। उसने यह फैसला तब लिया है जब उच्चतम न्यायालय ने प्रशासकों की समिति (CoA) भंग कर दी है। फीफा के इस फैसले से भारत के अक्टूबर में महिलाओं के अंडर-17 विश्वकप की मेजबानी का रास्ता साफ हो गया है।
गौरतलब है कि फीफा ने तीसरे पक्षों के अनुचित दखल” के लिए 15 अगस्त को एआईएफएफ को निलंबित कर दिया था। पिछले 85 साल के इतिहास में पहला अवसर था जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया था। फीफा ने एक बयान में कहा, “फीफा परिषद के ब्यूरो ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर तीसरे पक्ष के अनुचित दखल के कारण लगाया गया निलंबन हटाने का फैसला किया है।” अगर निलंबन नहीं हटा होता तो इसका असर फुटबॉल के लगभग सभी पहलुओं पर भी पड़ता।
अगले महीने सिंगापुर और वियतनाम के खिलाफ दो मैत्री मैच भी हैं
सीनियर राष्ट्रीय टीम को भी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से रोका जा सकता था। अगले महीने सिंगापुर और वियतनाम के खिलाफ दो मैत्री मैचों का भविष्य अनिश्चित हो जाता। मुख्य कोच इगोर स्टिमैक ने इन मैचों को अगले साल के एशियाई कप के लिए टीम के निर्माण को शुरू करने के लिए निर्धारित किया था।
उसने कहा, “फीफा ने यह फैसला तब लिया है जब उसे इस फैसले की पुष्टि की गयी है कि एफआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियां अपने हाथों में लेने वाली प्रशासकों की समिति भंग कर दी गयी है और एफआईएफएफ प्रशासन ने उसकी दैनिक गतिविधियों पर फिर से पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया है।”
बयान में कहा गया है, “इसके परिणामस्वरूप भारत में 11 से 30 अक्टूबर 2022 को होने वाला फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप निर्धारित योजना के अनुसार होगा।” फीफा ने कहा कि वह और एएफसी स्थिति की निगरानी करते रहेंगे और एफआईएफएफ को समयबद्ध तरीके से अपना चुनाव कराने में मदद करेंगे।
यदि टूर्नामेंट कहीं और आयोजित किया जाता, तो इस टूर्नामेंट में भारत के हिस्सा लेने पर भी संदेह हो गया होता, क्योंकि देश अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम क्वालिफाई करने के आधार पर नहीं, बल्कि मेजबान होने के आधार पर इसका हिस्सा थी। फीफा ने कहा कि वह और एएफसी स्थिति की निगरानी करते रहेंगे और एफआईएफएफ को समयबद्ध तरीके से अपना चुनाव कराने में मदद करेंगे।