धूमधाम से मनाई गई सोहावल में डॉ.भीमराव अंबेडकर जी की 131वी जयंती,विधायक कल्पना ने केक काटकर मनाया बाबा साहब का जन्मदिन

सतना।।सतना आज दिनांक को विश्वरत्न संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 121 वी जयंती के उपलक्ष में बाबासाहेब के अनुयाईयों द्वारा विशाल शोभायात्रा एवं बाइक रैली का आयोजन रविदास मंदिर नई बस्ती बाबूपुर सोहावल में आयोजित किया गया था । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रैंगाव विधायक कल्पना वर्मा जी ने वहां पर उपस्थित बाबा साहब के अनुयाईयों के बीच रविदास मंदिर में माल्यार्पण एवं मोमबत्ती जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की । विधायिका व भीम अनुयाईयों के द्वारा केक काटकर बाबा साहब का जन्मदिन मनाया गया। कल्पना वर्मा ने शोभायात्रा में पैदल चलकर शोभायात्रा एवं बाइक रैली की शुरुआत की। यह यात्रा रविदास मंदिर से निकाल कर सोहावल ,

सोहौला व बाबूपुर होते हुए अमौधा में स्थित बाबा साहब की प्रतिमा में माल्यार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में क्या बूढ़े क्या बच्चे क्या महिलाएं क्या युवा सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं देश में समानता स्वतंत्रता एवं भाईचारा कायम रहे इसके लिए हमेशा बाबा साहब के पद चिन्हों पर चलते रहेंगे ऐसी शपथ युवाओं ने ली।बाबासाहेब एक नजर में–डॉ. भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में एक गरीब अस्पृश्य परिवार में हुआ था। भीमराव आम्बेडकर रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई की 14वीं सन्तान थे। उनका परिवार मराठी था जो महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले मे स्थित अम्बावडे नगर से सम्बंधित था। उनके बचपन का नाम रामजी सकपाल था। वे हिंदू महार जाति के थे जो अछूत कहे जाते थे। उनकी जाति के साथ सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव किया जाता था। एक अस्पृश्य परिवार में जन्म लेने के कारण उनको अपना बचपन कष्टों में बिताना पड़ा। संघर्ष एवं कष्टों की आग में तपकर उन्होंने न केवल स्वयं का विकास किया वरन भारत के समग्र विकास का वातावरण निर्मित किया। वे नई मानव सभ्यता एवं संस्कृति के प्रेरक एवं पोषक थे। वे हमारे युग के महानतम नायक थे, उनके क्रियाकलापों में किंचित मात्र भी स्वार्थ नहीं था।

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