सतना।। चित्रकूट विधायक नीलांशू चतुर्वेदी द्वारा प्रदेश सरकार के ऊपर सनसनी खेज आरोप लगाते हुए कहा गया है कि प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी राशन दुकानों के माध्यम से गरीबों को प्लास्टिक का चावल वितरण कराया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के विधायक नीलांशू चतुर्वेदी (Neelanshu Chaturvedi) द्वारा प्रदेश की भाजपा (Bhajpa) सरकार के ऊपर सनसनी खेज आरोप लगाते हुए कहा गया है कि प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी राशन दुकानों के माध्यम से गरीबों को प्लास्टिक का चावल वितरण कराया जा रहा है।
म.प्र. की कंसराज सरकार ने तो जैसे कसम खा रखी है कि जनता को हर मोर्चे पर ठगेंगे ! मामला हमारे चित्रकूट का है जहाँ गरीबों को राशन के नाम पर प्लास्टिक के चावल मिल रहे हैं. 70% कमीशन के इस गंदे खेल से हमारा मध्यप्रदेश कुपोषण से जूझ रहा है. कंस मामा इस ठगी का भी जवाब मिलेगा. pic.twitter.com/AeiU6xYrP7
— Neelanshu (@Neelanshu_INC) June 20, 2023
विधायक नीलांशू चतुर्वेदी द्वारा पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज उनके गृह ग्राम नयागांव की महिला पुरुष उनके पास राशन दुकान से मिले चावल को लेकर आए।जिसे देखने पर यह साफ पता चल रहा था कि प्लास्टिक का चावल है।विधायक द्वारा प्रदेश सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा गया कि प्रदेश में 35 – 35 करोड़ में विधायक खरीदकर सरकार बनाने वाली भाजपा सरकार इसी प्रकार गरीबों का निवाला छीन कर भ्रष्टाचार कर रही है।
कुपोषण की चर्चा करते हुए नीलांशु चतुर्वेदी ने कहा कि जब सरकार द्वारा ही गरीबों को प्लास्टिक मिश्रित चावल वितरित करवाया जाएगा।तब कुपोषण कैसे दूर होगा। पूर्ववर्ती कमलनाथ (Kamalnath) सरकार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के दौरान माफियाओं,कालाबाजारी करने वालों के ऊपर छापामार कार्यवाही की जाती थी।लेकिन वर्तमान भाजपा की प्रदेश सरकार खुद कालाबाजारी कर रही है।प्रदेश में 70% कमीशन खोरी की सरकार चल रही है।
विधायक ने सरकार के ऊपर लगाया गया सनसनीखेज आरोप।सरकारी राशन दुकानों से गरीबों को मिल रहा है प्लास्टिक मिश्रित चावल@Neelanshu_INC pic.twitter.com/YjhNNvVXLv
— Satna Times (@satnatimes) June 21, 2023
कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी द्वारा फोर्टिफाई चावल को प्लास्टिक का बताये जाने के बाद खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग ने जारी किया प्रेस नोट।