सतना,मध्यप्रदेश।। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार, उर्वरक निरीक्षकों एवं सभी थाना प्रभारियों को जिले में उर्वरक की कालाबाजारी, अवैध भंडारण, परिवहन सहित औद्योगिक एवं गैर कृषि कार्यों में उर्वरकों के उपयोग को रोकने कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने जारी निर्देशों में कहा है कि जिले में रबी फसलों की बोनी का कार्य प्रगति पर है। कृषकों को कृषि कार्य के लिये पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो सके।
इसके लिये आईएफएमएस पोर्टल पर प्रदर्शित स्कंध के अनुसार भौतिक सत्यापन करें। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में उर्वरक की उपलब्धता और मांग पर भी सतत निगरानी बनाये रखें। कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्देश दिये है कि उर्वरकों के अनुचित उपयोग और उर्वरक व्यवस्था को सुगम बनाये रखने के लिये संयुक्त सघन अभियान चलाया जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि जिले का आवंटित उर्वरकों की मात्रा का सीमावर्ती जिले या राज्य में परिवहन नहीं होने पाये।
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कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले से बाहर उर्वरकों के परिवहन पर भी रोक लगा दी है। उन्होने उर्वरक व्यवस्था में संलग्न अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि रैक प्वांईट्स से प्राप्त होने वाले उर्वरक (जिला विपणन अधिकारी सतना एवं थोक विक्रेताओं) की मात्रा का भी भौतिक सत्यापन कर नियमानुसार सुचारु रुप से उर्वरक का वितरण कराना सुनिश्चित करें।
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उर्वरक नियंत्रण के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने एवं अनियमितता बरतने वाले संबंधितों के विरुद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही करना भी सुनिश्चित करे।