सतना ।।भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 का कार्य 9 नवंबर को प्रारंभिक प्रकाशन के साथ ही शुरू हो गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को संपन्न राजनैतिक दलों एवं मीडिया प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में जिले का ईपिक और जेंडर रेशियो बढ़ाने के प्रयास में सहयोग करने की अपील की गई। इस मौके पर अपर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संस्कृति जैन, एसडीएम एसके गुप्ता, इलेक्शन सुपरवाइजर द्वारिकेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि वोटर लिस्ट के संक्षिप्त पुनरीक्षण 2023 के कार्यक्रम अनुसार 9 नवम्बर 2022 को वोटर लिस्ट का प्रारंभिक प्रकाशन कर दिया गया है। 9 नवम्बर से 8 दिसम्बर 2022 तक नाम जोड़ने तथा आपत्तियों के आवेदन प्रस्तुत किये जा सकेंगे। 26 दिसम्बर 2022 तक आवेदन पत्रों का निराकरण होगा तथा 5 जनवरी 2023 को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन होगा। निर्वाचक नामावली में नाम जोड़ने की अर्हता तिथि अब वर्ष में चार दिनांकों में रखी गयी है। जो उस वर्ष की 01 जनवरी, 01 अप्रैल, 01 जुलाई एवं 01 अक्टूबर होगी। इससे उन निर्वाचकों को जो इन तिथियों में 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें अपना नाम निर्वाचक नामावली (वोटर लिस्ट) में जुड़वाने की पात्रता हो जाती है।
यह भी पढ़े – Satna News : खाद संबंधी समस्याओं की सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को इन मोबाइल नंबरो पर दें
आवेदक अब पूर्व से अपना आवेदन जमा कर सकते हैं, जो बाद में 18 वर्ष पूर्ण करेंगे। पूर्व में निर्वाचक के पत्नी के रिश्ते का उल्लेख था, अब उसके स्थान पर अब स्पाउस (पति/पत्नी) का प्रावधान किया गया है। निर्वाचकों के नाम जोड़ने, नाम हटाने, नाम में संशोधन करने एवं एक स्थान से दूसरे स्थान पर नाम का स्थानांतरण करने में जिन फार्मों की आवश्यकता पड़ती थी। उनमें भी संशोधन किया गया है। नवीन मतदाता के लिये प्रारूप-6, आधार संग्रहण हेतु प्रारूप-6 (ख), किसी निर्वाचक के नाम हटाने अथवा जोड़ने के विरूद्ध प्रारूप-7 एवं ईपिक कार्ड बदलने, दिव्यांगजन चिन्हांकित करने, निवास स्थानांतरण तथा एक से अन्य विधानसभा में नाम स्थानांतरण हेतु प्रारूप-8 निर्धारित किया गया है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले का औसत जेंडर रेशियो 927 होना चाहिए। जो कि वर्तमान मतदाता सूची के अनुसार 892 है। इसी प्रकार ईपिक रेशियो आदर्श स्थिति 63.5 प्रतिशत से सतना जिले में थोड़ा कम 62.38 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिले में 1109 मतदान केंद्रों में जेंडर रेशियो 900 से कम है। यहां महिला मतदाताओं के नाम जोड़कर रेशियो बढ़ाने की जरूरत है। इसी प्रकार 18-19 वर्ष के मतदाता 1381 मतदान केंद्र में निर्धारित प्रतिशत 2.5 से कम हैं। संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान जिले में जेंडर रेशियो और ईपिक रेशियो बढ़ाने के प्रयास में सभी का सहयोग जरूरी होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि संक्षिप्त पुनरीक्षण की कार्यवाही एक माह तक लगातार चलेगी। शुद्ध, सुसंगत और सही मतदाता सूची तैयार करना हम सबकी जिम्मेदारी भी है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संस्कृति जैन ने बताया कि जिले में मतदान केंद्रों के युक्ति-युक्तिकरण के बाद इनकी संख्या 40 कम हुई है। जिनमें मैहर विधानसभा के 2 मतदान केंद्र बढ़े हैं। जिले में पहले 1987 मतदान केंद्र थे, अब 1949 मतदान केंद्र हो गए हैं। जिले में 8 लाख 37 हजार 281 पुरुष, 7 लाख 46 हजार 637 महिला और 12 अन्य मतदाता मिलाकर कुल 15 लाख 83 हजार 930 मतदाता अभी मतदाता सूची में दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 1376 विशिष्ट मतदाता और 18 हजार 326 दिव्यांग मतदाता है।
संक्षिप्त पुनरीक्षण में सतना जिले में 18-19 आयु वर्ग के 36 हजार 395 नए मतदाता शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने राजनैतिक दलों से उनके द्वारा नियुक्त होने वाले मतदान केंद्रवार बीएलए की सूची शीघ्र उपलब्ध कराने की अपेक्षा की है, ताकि बीएलए का प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर विधानसभावार दिया जा सके। बैठक में राजनैतिक दल के प्रतिनिधि सर्वश्री दिलीप मिश्रा, साबिर खान, रमाकांत गौतम, राम किशोर कुशवाहा सहित मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।