मैहर, भीषण गर्मी के बीच मौसम ने करबट बदलते हुए आँधी तूफान के साथ ही बारिस की बूँदों से आमजन को राहत प्रदान किया है। श्रीमानसपीठ खजुरीताल में 4 मई से चल रहे भव्य धार्मिक अनुष्ठान पाटोत्सव के दौरान प्रत्येक दिन प्रातः कालीन,शायं कालीन एवं रात्रिकालीन पहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं जिससे श्रीमानसपीठ खजुरीताल आस्था का केंद्र बना हुआ है। पाटोत्सव कार्यक्रम के आयोजक श्रीमानसपीठ खजुरीताल पीठाधीश्वर जगद्गुरू श्रीरामललाचार्य जी महाराज ने कहा की हनुमान जी को श्रीराम जी का चलता फिरता घर कहते हैं। हनुमतगाथा का पूरे विश्व में अगर कोई श्रेष्ठ प्रवक्ता है, तो वे वेदांती जी महाराज हैं।
हम सभी एक ऐसे संत महापुरुष का दर्शन कर रहे हैं जिन्हें जीवन में अहंकार नहीं है, वही वास्तविक संत हैं। कथाव्यास डाॅ. रामविलास दास बेदांती जी महाराज ने बताया की 10 लाख वर्ष तक जीवित रहने पर भी हनुमान जी की मृत्यु नहीं होगी। जिसके घर में भजन का प्रभाव है उस घर में शांति होगी। संकट दूर करने का मंत्र ही हनुमान हैं, इनका स्मरण करने मात्र से ही संकट दूर हो जाता है। हनुमान मिलाने का काम करते हैं। तुलसीदास जी ने लिखा है की हनुमान जी लोगों को आपस में मिला के उनका दुःख दूर करते हैं इसलिए उनको दुःख भंजन कहते हैं, इसलिए हमारे संत कहते हैं की हनुमान जी अभय बना देते हैं, जो किसी से नहीं डरता।हनुमान जी मिलाने का काम करते हैं, भगवान राम और सीता को मिलाया,सुग्रीव और श्रीराम को मिलाया,बिभीषण को श्रीराम से मिलाया।
हनुमान जी ने कभी तोड़ने का काम नहीं किया। श्रीमानसपीठ खजुरीताल धाम के शिष्य पाटोत्सव कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी पंडित सचिन शर्मा सूर्या ने जानकारी देते हुए बताया की श्रीमानसपीठ पाटोत्सव के अंतिम दिवस प्रभात बेला में प्रात: 9 बजे 21 बटुकों का व्रतबंध संस्कार होगा, साथ ही मध्यकालीन बेला में दोपहर 12 बजे विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है एवं शायंकालीन बेला में शाम 5 बजे हनुमतगाथा का समापन होगा। श्रीमानसपीठ खजुरीताल धाम के सेवक श्रीअखिलेश दास जी महाराज ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा है की श्रीमानसपीठ खजुरीताल में चल रहे पाटोत्सव उत्सव में निरंतर जलपान की सेवा दे रहे धाम के सेवक अजय पांडेय घुईशा के पुत्र सौरभ पाण्डेय का सतना में आकस्मिक निधन हो जाने से समस्त श्रीमानसपीठ खजुरीताल परिवार बेहद दुखी है एवं इस दुखद घड़ी में शोकाकुल परिवार जनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान कर दिवंगत आत्मा को ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दे। इस दुःखद घड़ी में श्रीमानसपीठ खजुरीताल परिवार शोकाकुल परिवार के साथ है। इस दुखदायी घटना के चलते रात्रिकालीन होने वाले भजन गायिका शहनाज अख्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया है।