सतना, मध्यप्रदेश (अनुपम दाहिया)।। जिला मुख्यालय के समीपी गांव पिथोराबाद में पद्मश्री बाबूलाल दाहिया द्वारा स्थापित कृषि आश्रित समाज के उपकरणों की ख्याति अब सात समुंदर पार भी पहुंचने लगी है।
शनिवार को तीन अमेरिकी नागरिकों ने पिथोराबाद गांव पहुंचकर कृषि आश्रित समाज के उपकरणों के संग्रहालय का अवलोकन किया और खेत में खड़ी 200 प्रकार की परंपरागत धान का निरीक्षण भी किया। श्री दाहिया द्वारा स्थापित संग्रहालय में पुराने कृषि यंत्रों और बीज बैंक को देखकर विदेशी मेहमान अचंभित रह गए।
इन मेहमानों में प्रोफेशनल लेखक एवं प्रोफेसर मिस्टर पीटर जो कई देशों में घूम – घूमकर गुप्त काल के जीवन काल पर नॉवेल लिख रहे है । एवं सूसन डोनाहुये जो की कलाकार और वकील हैं। रॉन हार्जेस्टेड जो संगीत के अध्यापक है।
घर के बाहर विदेशियों को देख चकित हो गए दाहिया
जिले के वरिष्ठ साहित्यकार एवं परंपरागत बीज संरक्षण को लेकर संरक्षण पद्मश्री से सम्मानित बाबूलाल दहिया शनिवार की दोपहर अपने घर के दरवाजे पर खड़े तीन विदेशी मेहमानों को देखकर आश्चर्यचकित हुए हालांकि उनके द्वारा कृषि एवं समाज को लोग को लेकर किए जा रहे नवाचारू को देखने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से रोजाना एक से दो दर्जन दूसरे प्रदेशों के मेहमान पिथोराबाद पहुंच रहे हैं लेकिन यह पहला अवसर था जब जब सात समुंदर पार से कोई मेहमान उनके घर इस तरह अचानक पहुंचे हों। उनके साथ उपस्थित हरिहर सिंह पटेल वह एक साथी ने बताया कि यह तीनों मेहमान अमेरिका से देश भ्रमण के लिए आए हुए हैं और आपके म्यूजियम की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पिथोराबाद जाने की इच्छा जाहिर की थी।
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जैविक खेती की पद्धति भी जानी
इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने श्री दाहिया से दुर्लभता की श्रेणी में जा चुके परंपरागत अनाज और जैविक पद्धति से परंपरागत खेती का महत्व अवधारणा एवं रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की।
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