छत्तीसगढ़( CHATTISGARH NEWS)।। प्रदेश में मुगल काल के सिक्के मिले हैं। नल की खुदाई के दौरान मजदूरों का ध्यान इन सिक्कों पर गया। जमीन में कई सालाें से दबे ये सिक्के जब बाहर आए तो अपने साथ छत्तीसगढ़ के एतिहासिक दौर की चर्चाओं को लेकर आए। हाल ही में ये सिक्के को राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में मिले थे। अब इन्हें रायपुर के म्यूजियम में लाया गया है। पुरातत्व विभाग के एक्सपर्ट्स ने जांच की तो इन सिक्कों का एतिहासिक महत्व भी सामने आया है। पता चला है कि ये सिक्के करीब 275 साल पुराने हैं।
संस्कृति विभाग के डिप्टी डायरेक्टर प्रताप चंद पारख ने बताया कि ये सिक्के मुगल शासक अहमद शाह के जमाने के हैं। सन 1748 से 1754 के बीच के जान पड़ते हैं। अहमद शाह का राज पाठ का प्रभाव कंधार की ओर अधिक था। डोंगरगांव महाराष्ट्र से लगा इलाका है। तब के जमाने में इस इलाके से राजस्व की वसूली होती थी। हो सकता है कि तब इन सिक्कों को दबाया छुपाया गया हो। डोंगरगांव में उस जमाने में लुटेरे भी रहा करते थे। इसकी भी संभावना है लुटेरों ने सुरक्षित रखने के लिए इन सिक्कों को गाड़ा होगा। जो अब खुदाई में मिले हैं। विभाग को उम्मीद है कि इलाके में और भी इस तरह कि सिक्के और पुरानी चीजें मिलेंगी।
यहां मिले सिक्के
राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव ब्लॉक के बड़गांव चारभाठा में नल जल योजना अंतर्गत खुदाई का कार्य चल रहा था इसी कार्य में लगे मजदूरों को अचानक एक मिट्टी का मटका मिला। मटके के अंदर प्राचीन सिक्के और आभूषण मिले।जिसमे 65 सिक्के और कुछ आभूषण मिले। आभूषण मिलने के बाद उस आभूषण को देखने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा जिसके बाद मजदूरों और ग्रामीणों ने इस आभूषण की सूचना थाने में दी।
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पुलिस ने इन सिक्कों को अपने कब्जे में लिया और जिला प्रशासन और पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी । इस क्षेत्र में चांदी और अन्य आभूषण के साथ 65 सिक्के मिलने के बाद पुरातत्व विभाग को और भी संभावनाएं नजर आ रही हैं और इन क्षेत्रों में पुरातत्व विभाग की नजर है क्षेत्र में और भी खोज किए जा सकते हैं।