छत्तीसगढ़हिंदी न्यूज

Live-in Relationship :देश की सबसे अजीब जगह, यहां है शादी से पहले ‘लिव इन’ में रहने का नियम!

Marriage Rule: उत्सव प्रधान देश भारत विविधताओं से भरा हुआ है. लोग अपने समाज से जुड़ी अस्थाओं के अलावा अन्य समाज के बारे में भी जानते सुनते हैं. भारत में एक ऐसी भी जगह है जहां शादी से पहले ही लिव-इन में रहने का नियम है और लिव-इन में रहने के बाद ही शादी होती है. यह जगह जनजातियों की जगह मानी जाती है. यहां लोग रूढ़िवादी नियमों में जकड़े हुए नहीं हैं. यहां यह नहीं सोचा जा सकता है कि शादी बिना लिव-इन के हो सकती है.

Image credit by google

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समूह के लोग छत्तीसगढ़ के बस्तर वाले इलाके में पाए जाते हैं. इस जनजाति का नाम मुरिया या मुड़िया जनजाति है. इस जनजाति में यह नियम बहुत ही पुराना है. इस नियम के तहत लड़का और लड़की एक दूसरे को जानने के लिए लिव-इन में रहते हैं. इसमें उनकी मदद उनके घरवाले और उनका समाज करता है. इतना ही नहीं उनके लिए बकायदा घर के बाहर एक अस्थाई घर बनाया जाता है जिसे घोटुल कहा जाता है.

इसे भी पढ़े – Share Market: सेंसेक्स ने फिर किया धमाका, इन तारीखों को इंडेक्स ने पार किए अहम पड़ाव

इसमें वे दोनों कुछ दिनों तक साथ ही रहते हैं. इस घोटुल को बांस और बल्ली से बनाया जाता है. घोटुल एक बड़ा आंगन वाला घर होता है. स्थानीय स्तर पर इसे बांस और मिट्टी से बनाया जाता है. यह जनजाति छत्तीसगढ़ के बस्तर और अन्य इलाकों के पाई जाती है. कहीं-कहीं इन्हें माड़िया के नाम से भी जाना जाता है. लड़के-लड़कियां एक दूसरे को जानने-समझने की कोशिश करते हैं. एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं.

MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए  सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक

कुछ दिन बिताने के बाद ये लड़के-लड़कियां अपने लिए जीवन साथी चुनते हैं. घोटुल में जाने वाले लड़कों को चेलिक और लड़कियों को मोटियारी कहा जाता है. आज भी इस जनजाति में इस नियम का कायदे से पालन किया जाता है. लोग एक दूसरे को इस नियम के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं. यह अपने आप में एक बेहद अजीब नियम है लेकिन सच यही है कि ऐसा होता है.

सतना टाइम्स न्यूज डेस्क

हमारी नजर में आम आदमी की आवाज जब होती है बेअसर तभी बनती है बड़ी खबर। पूरब हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण सियासत का गलियारा हो या गांव गलियों का चौबारा हो. सारी दिशाओं की हर बड़ी खबर, खबर के पीछे की खबर और एक्सक्लूसिव विश्लेषण का ठिकाना है satnatimes.in सटीक सूचना के साथ उसके सभी आयामों से अवगत कराना ही हमारा लक्ष्य है। Satna Times को आप फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब पर भी देख सकते है।Contact Us – info@satnatimes.in Email - satnatimes1@gmail.com

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button