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  • SATNA NEWS : रामनवमी को होगा चित्रकूट का गौरव दिवस साढ़े 5 लाख से अधिक दीपकों से जगमगायेगा चित्रकूट

    सतना ।।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार प्रदेश के प्रत्येक नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में वर्ष का एक दिन चुनकर उसे गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। सतना जिले की पवित्र और धार्मिक नगरी चित्रकूट का गौरव दिवस रामनवमी को मनाया जाएगा।

    गौरव दिवस के अवसर पर पूरे चित्रकूट नगर के प्रमुख स्थानों पर अब साढ़े 5 लाख से भी अधिक दीपक जलाकर पूरे चित्रकूट को जगमग किया जाएगा। चित्रकूट के गौरव दिवस मनाने के संबंध में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने शनिवार को चित्रकूट के रघुवीर मंदिर में स्थानीय प्रतिनिधियों, साधु-संत और स्वयं सेवी संस्थाओं, संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर गौरव दिवस के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, मदनदास महाराज, रामहृदय दास संतोषी अखाड़ा, अनुसुइया आश्रम के महंत,डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन , सद्गुरु संघ से डॉ इलेश जैन सहित चित्रकूट में कार्यरत विविध स्वयंसेवी संस्थानों के प्रतिनिधि एवं महंत, साधु-संत उपस्थित थे।कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि चित्रकूट नगर का धार्मिक नगरी होने से विशेष महत्व है। रामनवमी के दिन सभी चित्रकूट वासी अपने अपने क्षेत्र मे दीपक जलाकर अपने नगर का गौरव दिवस मनाये। बैठक मे सर्वसम्मति से तय किया गया कि रामनवमी को चित्रकूट का गौरव दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। गौरव दिवस पर चित्रकूट के प्रमुख स्थानों पर दीपक जलाकर पूरे चित्रकूट को जगमगाया जाएगा। इस दिवस साढे 5 लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। जिनमें मां मंदाकिनी के घाटों पर ढाई लाख दीपक, कामदगिरि परिक्रमा में 2 लाख दीपक, हनुमान धारा में 21 हजार, अनुसुइया आश्रम में 21 हजार, गुप्त गोदावरी में 11 हजार दीपक जलाए जाएंगे।बैठक में उपस्थित संत, महात्मा और विश्वविद्यालय, स्वयंसेवी संस्थानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाने की बात कही। इनमें सद्गुरु संघ ट्रस्ट एक लाख, डीआरआई और ग्रामोदय विश्वविद्यालय 50-50 हजार, तुलसी शोध संस्थान 50 हजार, हनुमान धारा मंदिर और गायत्री शक्तिपीठ द्वारा 25-25 हजार, कामतानाथ प्रमुख द्वार 21 हजार, प्राचीन मुखारविंद 11 हजार और रावतपुरा सरकार संस्थान ने 21 हजार दीपक जलाने की बात कही। इस बैठक मे इनके अलावा रामायणी कुटी आश्रम मे 21 हजार,दास हनुमान मे 11 हजार, नेपाली आश्रम मे 11 हजार, और स्फटिक शिला, पंजाबी भगवान,संतोषी अखाड़ा, निरमोही अखाड़ा, माधवदास,पंच मुखी हनुमान आदि आश्रम और मंदिरों मे 5-5 हजार दीप जलाने की बात कही गई चित्रकूट का गौरव दिवस मनाने के लिए कलेक्टर श्री वर्मा के निर्देशानुसार एसडीएम पीएस त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक कोर कमेटी का गठन किया गया है। गौरव दिवस को भव्य स्वरूप देने मे कोर कमेटी प्रतिदिन जागरूकता और लोगों तक प्रचार प्रसार के कार्य कर रही है। रघुवीर मंदिर मे हुई बैठक मे लगभग 250 प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।

  • 5 लाख दीपकों से जगमगायेगा चित्रकूट नगर परिषद, रामनवमी को मनाया जायेगा चित्रकूट का गौरव दिवस

    सतना ।।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार प्रदेश के प्रत्येक नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में वर्ष का एक दिन चुनकर उसे गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। सतना जिले की पवित्र और धार्मिक नगरी चित्रकूट का गौरव दिवस रामनवमी को मनाया जाएगा। गौरव दिवस के अवसर पर पूरे चित्रकूट नगर के प्रमुख स्थानों पर 5 लाख दीपक जलाकर पूरे चित्रकूट को जगमग किया जाएगा। चित्रकूट के गौरव दिवस मनाने के संबंध में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बुधवार को मंदाकिनी के किनारे भरत घाट में स्थानीय प्रतिनिधियों, साधु-संत और विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर गौरव दिवस के आयोजन की रूपरेखा तय की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, जिला शिक्षा अधिकारी सच्चिदानंद पांडेय, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, तहसीलदार नितिन कुमार झोंड़, सीएमओ ऋषि नारायण सिंह सहित चित्रकूट में कार्यरत विविध स्वयंसेवी संस्थानों के प्रतिनिधि एवं महंत, साधु संत उपस्थित थे।

    कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि चित्रकूट नगर का धार्मिक नगरी होने से विशेष महत्व है। साधु-संत और स्थानीय प्रतिनिधियों की बैठक में तय किया गया कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान सबसे अधिक समय चित्रकूट में बिताया था। यहां का कण-कण श्री राम कथा में समाहित है। चित्रकूट के लिए रामनवमी से और बेहतर गौरव दिवस का विकल्प नहीं हो सकता। सर्वसम्मति से तय किया गया कि रामनवमी को चित्रकूट का गौरव दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। गौरव दिवस पर चित्रकूट के प्रमुख स्थानों पर दीपक जलाकर पूरे चित्रकूट को जगमगाया जाएगा। इस दिवस कम से कम 5 लाख दीपक जलाए जाएंगे। जिनमें मां मंदाकिनी के घाटों पर ढाई लाख दीपक, कामदगिरि परिक्रमा में 2 लाख दीपक, हनुमान धारा में 21 हजार, अनुसुइया आश्रम में 21 हजार, गुप्त गोदावरी में 11 हजार दीपक जलाए जाएंगे। बैठक में उपस्थित संत, महात्मा और विश्वविद्यालय, स्वयंसेवी संस्थानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाने की बात कही। इनमें सद्गुरु संघ ट्रस्ट एक लाख, डीआरआई और ग्रामोदय विश्वविद्यालय 50-50 हजार, तुलसी शोध संस्थान 50 हजार, हनुमान धारा मंदिर और गायत्री शक्तिपीठ द्वारा 25-25 हजार, कामतानाथ प्रमुख द्वार 21 हजार, प्राचीन मुखारविंद 11 हजार और रावतपुरा सरकार संस्थान ने 21 हजार दीपक जलाने की बात कही। चित्रकूट का गौरव दिवस मनाने के लिए कलेक्टर श्री वर्मा के निर्देशानुसार एसडीएम पीएस त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक कोर कमेटी का गठन किया गया है। कोर कमेटी में शासकीय एवं अशासकीय सदस्यों को रखा गया है।

  • SATNA TIMES: चित्रकूट धाम चौरासी कोसीय परिक्रमा का हुआ शुभारम्भ


    चित्रकूट।।परमहँस संत परम पूज्य रणछोड़दास जी महाराज के आश्रम श्री रघुवीर मन्दिर (बड़ी गुफा) जानकीकुण्ड-चित्रकूट में प्रतिवर्ष की भाँती इस वर्ष भी श्री चित्रकूट धाम चौरासी कोसीय परिक्रमा का हुआ शुभारम्भ | त्रेतायुग से ही भगवान श्रीराम, माता जानकी एवं भ्राता लक्ष्मण के वनवासकाल की विहार भूमि के कारण चित्रकूट को तीर्थधाम का दर्जा प्राप्त है । पुराण इस बात के साक्षी हैं कि, यहाँ के कण-कण में भगवान श्री राम का वास रहा है, हजारों वर्षों से चित्रकूट भगवान राम के ऐसे ही विचरण स्थानों पर जाने की परंपरा रही है, जो चित्रकूट से चौरासी कोस व्यास में फैला हुआ है | इसी चौरासी कोस की परिक्रमा कर लोग अपने जीवन को धन्य बनाते हैं ।

    प्रतिवर्ष यह परिक्रमा फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से प्रारंभ होकर द्वादशी पर्यन्त कुल ग्यारह दिनों में पूर्ण होती है | प्रथम दिवस यह परिक्रमा श्री रघुवीर मंदिर से जयकारों एवं ध्वजा पताका के साथ साधु-संतों की अगुवाई में प्रारम्भ होती है जिसमें मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश,बिहार,झारखंड और छतीसगढ़ राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, रात्रि विश्राम भगवान श्री राम से सम्बंधित किसी ना किसी पड़ाव पर ही होता है | यह यात्रा,बड़ी गुफा जानकीकुण्ड से ,स्फटिक शिला, सती अनुसुईया आश्रम, गुप्त गोदावरी, राम शैय्या, भरतकूप, कामदगिरी, अमरावती, हनुमानधारा, रामघाट होकर ग्यारह दिनों में पुनः श्री रघुवीर मंदिर में पूर्ण होगी, जहाँ सभी यात्रालुओं के लिए प्रतिवर्ष वस्त्र,कम्बल,दक्षिणा,भोजन आदि का विशेष प्रबंध होता है | यह यात्रा इस वर्ष 4 मार्च से प्रारंभ होकर 15 मार्च को पूर्ण होगी | श्री रघुबीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ.बी.के.जैन एवं उषा जैन ने यात्रा का ध्वज मुख्य कोतवाल को तिलक एवं पुष्प अर्पित कर सौंपा और यात्रा का आरम्भ किया |

    डॉ.जैन ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि, परिक्रम के लिए पधारे साधू संतों की इस काल में ऐसी भीषण तपस्या देखकर अस्चर्य होता है | आपने जो भगवन श्री राम के सन्देश को प्रसारित करने के लिए बीड़ा उठाया है वो एक वन्दनीय है |इस साल 1500 से अधिक यात्रालु आये हैं यह इस बात का द्योतक है कि, हमारी भारतीय परम्परा और अध्यात्मिक मूल्यों को संजोय रखने में आप सभी संकल्पबद्ध हैं|इस अवसर पर चित्रकूट के विशिष्ट संतों ने उपस्थित होकर अपना आशीर्वाद सभी को दिया और इस पुरातन परंपरा को अद्यतन जीवन्त रखने के लिए ट्रस्टी डॉ.जैन को साधुवाद दिया |

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