श्री रामा कृष्णा कॉलेज ऑफ़ लॉ में ” हम होंगे कामयाब ” लिंग आधारित हिंसा के उन्मूलन हेतु जागरूकता अभियान आयोजित”
सतना,मध्यप्रदेश।। भरहुत नगर स्थित, श्री रामा कृष्णा विधि महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ एम के साहू की अध्यक्षता में एवं जिला प्रशासन के तत्वाधान में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरुद्ध हिंसा रोकथाम हेतु 25 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक पखवाड़ा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री महादेव नगोटिया, ,डीएसपी महिला सेल एवं अन्य अतिथिगणों में श्री श्याम किशोर द्विवेदी , सहायक संचालक ,जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, डॉ गोहर खान, प्रोफेसर,प्रधानमंत्री एक्सीलेंस पी जी कॉलेज,महिला थाने से अभिलाषा नायक, नीता श्रीवास्तव मेडम ने अपनी गरिमामई उपस्थिति प्रदान की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से किया गया गया।सर्वप्रथम अपने उद्बोधन में प्राचार्य डॉ एम के साहू ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा हम होंगे कामयाब 25 नवंबर से 10 दिसंबर पखवाड़े का शीर्षक सकारात्मक मर्दानगी हैं जिसका मुख्य उद्देश्य लैंगिक समानता,लिंग आधारित मुद्दो पर जागरूकता,सकारात्मक मर्दानगी को बढ़ावा, पुरुष प्रधान मानसिकता एवं व्यवहार में बदलाव , महिलाओं की सुरक्षा एवं समानता लाना है। इस अवसर पर प्रगति प्रतिभा, आर्यन, अविरल, जलज,भूमिका, आदि विद्यार्थियो द्वारा लैंगिक समानता से संबंधित नाट्य प्रस्तुत किया गया जिसकी थीम हम सब बराबर है,लैंगिक समानता को बढ़ावा देना था। इसी श्रृंखला में मुख्य अतिथि श्री महादेव नगोटिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान का उद्देश्य समाज में पीछे पंक्ति में खड़े व्यक्तियों को मुख्य धारा में लाकर उन्हें संवैधानिक संरक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति हिंसाओं के मामलों में वृद्धि बढ़ती जा रही है इसके समाधान में मानसिकता में बदलाव लाना नितांत अनिवार्य है क्योंकि हम चंद्रयान तक तो पहुंच चुके हैं लेकिन फिर भी मानसिकता धरातल पर है ।इसके अतिरिक्त उन्होंने मध्य प्रदेश सड़क विनिमयन, सड़क दुर्घटना , चैन स्निचिंग , घरेलू हिंसा ,महिलाओं के प्रति अपराधों की रोकथाम हेतु प्रयास आदि समस्याओं को विद्यार्थियों के जीवंत उदाहरण द्वारा प्रस्तुत करके सभी को सजग रहने का सुझाव दिया । इस अवसर पर डॉ गौहर खान, प्रोफेसर, प्रधानमंत्री एक्सीलेंस पीजी कॉलेज ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें अपने वजूद को तलाशने की आवश्यकता है इन्होंने समाज में समाज सेवा, भेदभाव , कुरीतियों को दूर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल एक भस्मासुर है अथवा अलादीन का चिराग यह निर्भर करता है कि हम इसका कैसे इस्तेमाल करते हैं ।कालांतर से ही महिलाएं उच्च पद पर आसीन है किंतु सामान्य महिलाएं संघर्ष के दौर से गुजर रही है ।उन्होंने नारी के कई रूपों की विवेचना करते हुए विवेक और समझ कायम रखने की सीख दी ताकि हर परिस्थिति का मुकाबला किया जा सके । इसी कड़ी में छात्र प्रगति मिश्रा अश्विनी गुप्ता ,नंदिनी,मनु आदि द्वारा इस विषय से संबंधित संवाद प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर जिला प्रशासन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नाटक में भाग लेने वाले एवं इस विषय से संबंधित अपने विचार साझा करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। मंच का कुशल एवं सफल संचालन सहा.प्राध्यापिका नेहा जेसवानी द्वारा किया गया।
प्राचार्य डॉ एम के साहू ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगणों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में मैनेजमेंट हेड मिस मनीषा पंजवानी, एच ओ डी दिलीप, पाठक, बी .ए विभाग के एचओडी सुखेंद्र जायसवाल, कॉमर्स विभाग से आशीष तिवारी, निगम सर, अली इमाम, विनय प्रताप सिंह, सहा.प्राध्यापिका भूमि, प्रभा बागरी,आभा गुप्ता, सृष्टि श्रीवास्तव ,भूपेंद्र पटेल,प्रेम तिवारी सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल समापन पर प्रबंधक श्री शम्मी पुरी ने हार्दिक बधाइयां प्रेषित की।