Satna: मेडिसिन के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ बुधेन्द्र जैन को पद्म श्री, विंध्य क्षेत्र से है गहरा नाता

MP News :गणतंत्र दिवस से ठीक एक दिन पहले शनिवार की देर शाम केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार 2025 से सम्मानित किए जाने वाले व्यक्तियों के नामों का ऐलान किया है। जिसमें एमपी से 113 को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित लिस्ट में एमपी के सतना जिले से सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के डायरेक्टर डॉ बीके जैन को भी चुना गया है। समूचे विंध्य के लिए यह गौरव की बात है कि उनका नाम इसमें शामिल किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया है।

MP News: मेडिसिन के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ बुधेन्द्र जैन को पद्म श्री

दरअसल, भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से जारी अधिसूचना के अनुसार सतना जिले से चित्रकूट के सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुंड के डायरेक्टर और ट्रस्टी डॉ बुधेन्द्र कुमार जैन को चिकित्सा के क्षेत्र में पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है। सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के प्रसिद्ध चित्रकूट नेत्र चिकित्सालय में दीर्घ काल से नेत्र रोगियों को सेवा प्रदान कर रहे हैं।

डॉ जैन की क्या है शिक्षा दीक्षा

डॉ बीके जैन का जन्म सतना में ही हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सतना स्थित शासकीय वेंकट क्रमांक एक विद्यालय से ग्रहण की है। साथ ही डॉ बुधेन्द्र जैन ने सन 1973 एमबीबीएस की पढ़ाई श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा से की। इसके साथ ही साल 1979 में लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज सायन मुंबई से पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त की है।

सफलता का इनको दिया श्रेय

डॉ बुधेन्द्र जैन ने इस इस पद्म श्री पुरस्कार को प्राप्त करने का श्रेय परम पूज्य गुरुदेव रणछोड़दास जी महाराज और सद्गुरु परिवार के हर छोटे-बड़े कार्यकर्ता को भी दिया है। डॉ जैन ने कहा कि इनकी ही प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग से यह उपलब्धि संभव हो पाई है। साथ ही उन लाखों नेत्र रोगियों को भी, जिनकी आंखों की रोशनी वापस पाकर उनके अनगिनत आशीर्वाद प्राप्त हुए। उन्होंने, मुझे उनकी सेवा करने का अवसर दिया है। मैं यह सम्मान उन सभी को समर्पित करता हूं। मैं देश-विदेश के अपने अनेक गुरु भाई-बहनों को भी इसका श्रेय देता हूं। जिनका गुरुदेव के प्रति अगाध प्रेम और भक्ति मुझे इस सेवा कार्य के लिए प्रेरित करती रहती है।

एक साधारण व्यक्ति असाधारण उपलब्धि के काबिल बन सका

जैन ने आगे कहा कि मैं सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी-अध्यक्ष को भी इसका श्रेय देना चाहता हूं। जिनके सहयोग और विश्वास के कारण मैं ट्रस्ट के इस सेवा कार्य में लगा हुआ हूं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चित्रकूट की यह पावन धरती, जिसके कण-कण में भगवान राम और माता जानकी विराजमान हैं। यह इस धरती का ही प्रताप है कि मुझ जैसा एक साधारण व्यक्ति इतनी असाधारण उपलब्धि के योग्य बन सका।



एमपी में 5 प्रतिष्ठित लोगो को पद्म श्री

गौरतलब हो कि मध्यप्रदेश की 5 हस्तियों को पद्म श्री सम्मान मिला है। इनमें शैली होल्कर, जगदीश जोशीला और भेरू सिंह चौहान के नाम शामिल हैं। भेरू सिंह इंदौर जिले के महू के रहने वाले हैं। शैली होलकर ने महेश्वर में एक हैंडलूम स्कूल की स्थापना की। वहीं, जगदीश जोशीला निमाड़ी उपन्यासकार हैं। चित्रकूट से बुधेंद्र कुमार जैन को मेडिसिन में और हरचंदन सिंह भट्टी को कला के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान मिला है।

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