SATNA NEWS ,सतना।। एकेएस विश्वविद्यालय सतना के जैवप्रौद्योगिकी विभाग की प्रो. अश्विनी ए. वाऊ, प्रो. कमलेश चौरे और डॉ. आशुतोष पांडे का शोध पत्र हेलियॉन, जर्नल ऑफ सेल प्रेस (आईएसएसएन: 2405-8440) 4 इम्पैक्ट फैक्टर में प्रकाशित किया है। जिसका शीर्षक “बायोमेडिकल और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज में माइक्रोबियल एक्सोपॉलीसेकेराइड्स” है।
इस शोध पेपर का उद्देश्य पॉलिमरिक सामग्रियों के सबसे महत्वपूर्ण और नवीकरणीय वर्ग का पता लगाना है जो सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पादित बाह्यकोशिकीय एक्सोपॉलीसेकेराइड (ईपीएस) हैं। ईपीएस कृषि उद्योग, डेयरी उद्योग सहित कई उद्योगों में कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं, साथ ही उनके अनुप्रयोग प्रयोगशाला से लेकर चिकित्सा क्षेत्र तक होते हैं।
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जिनमें आर्थोपेडिक सर्जरी, ऊतक इंजीनियरिंग, चिकित्सा उपकरणों और कृत्रिम अंगों का प्रत्यारोपण, हड्डी की मरम्मत शामिल है, दवाओं में माइक्रोबियल एक्सोपॉलीसेकेराइड के भविष्य के उपयोग आशाजनक दिखते हैं, नए उपचारों और उपचारों को विकसित करने की महत्वपूर्ण क्षमता के साथ जो मानव स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। इस उपलब्धि पर बायोटेक विभाग से सभी फैकल्टी मेंबर्स एवम डीन डॉ जी पी रिछारिया ने सभी को शुभकामनाएं दीं।
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