MP Ke Pushpa Bhau:कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों।’ महाकवि दुष्यंत कुमार की इन बहुचर्चित पंक्तियों को चरितार्थ किया है मैहर जिले के एक किसान कृष्ण कुमार सिंह ने। कृष्ण कुमार सिंह ने न केवल किसानों को आधुनिक सुविधाओं के जरिए खेती करने का नया जरिया सिखाया है। बल्कि आने वाली पीढ़ी को खेती किसानी से जुड़ने का संदेश भी दिया है।
यह कहानी है एमपी के सतना जिले के अंतर्गत रामपुर बाघेलान ग्राम त्योंधरी के निवासी कृष्ण कुमार की। किसान कृष्ण कुमार मैहर जिले रीवा रोड स्थित बगीचे में लाल चंदन और सफेद चंदन की खेती कर रहे हैं। आज से तकरीबन 3 साल पहले यूट्यूब के माध्यम से कृष्ण कुमार ने चंदन के बीज से लाल और सफेद चंदन की खेती करना सीखा था। अब वह खुद का यूट्यूब चैनल बना कर लाखों लोगों को चंदन के पेड़ की खेती के बारे में खेती करना सीखा रहे हैं।
पाकिस्तान समेत अन्य देशों भी भेजते है बीज
सतनाटाइम्स.इन से बातचीत के दौरान किसान कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि पहले तो हम शौक के लिए पौधे लगाते थे। हमारे पिता जी लोग भी चन्दन के पौधे लगाते थे। हर किसान चाहता है पैसा कमाना इसलिए हम इसको बढ़ावा दिए और साल के इसी खेती से लाखों की कमाई कर रहे हैं। उत्पादित बीज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका और वियतनाम जैसे कई अन्य देशों में भी भेजे जाते हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के बाद से उन्हें आर्डर मिलते हैं और उसी के माध्यम से ऑर्डर मिलने के बाद वो बीज को यहां से भेजते है। इसमें उनकी कमाई लाखों में होती है।
यूट्यूब से कमा रहे लाखों
बीज उत्पादन के व्यवसाय के अलावा कृष्ण कुमार यूट्यूब में प्रशिक्षण देकर लाखों की कमाई भी कर रहे हैं। कृष्ण कुमार का मानना है कि चंदन की खेती से अच्छी खासी आमदन भी हो सकती है। वो इस बात के प्रत्यक्ष उदाहरण भी हैं।
पाकिस्तान भेज चुके 25 किलो चंदन के बीज
किसान कृष्ण कुमार ने आगे बताया कि शुरुआत में जब उन्हें पाकिस्तान से ऑर्डर मिला तो उन्होंने 2 किलो बीज पाकिस्तान भेजे। जब उन्हें लगा की लेनदेन सही हो रहा है। तब उसके बाद उन्होंने भारतीय एजेंट के माध्यम से अधिक बीच भेजना शुरू कर दिए। अब तक वह 25 किलो बीज पाकिस्तान भेज चुके हैं।