ग्रीष्म काल में पेयजल की सुचारु उपलब्धता बनाये रखेंः कलेक्टर

सतना ।।कलेक्टर अनुराग वर्मा ने गुरुवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल जीवन मिशन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कार्यों एवं गतिविधियों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि ग्रीष्म काल में आगामी 3 माह में विभाग के कार्यों की गतिविधियों को तत्परता और गंभीरता पूर्वक क्रियान्वित करें। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन आर.एस नट और जल जीवन मिशन तथा पीएचई के अधिकारी उपस्थित थे।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा में कलेक्टर ने उपखंड वार स्थापित हैंडपंपों की स्थिति, राइजर पाइप की उपलब्धता, नल जल योजना, रेट्रोफिटिंग की जल प्रदाय योजनाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि साधारण सुधार योग्य हैंडपंपों को तत्काल सुधारें। आवश्यकतानुसार राईजर पाइप बढ़ाएं और जिले में आवश्यकतानुसार राईजर पाइप की डिमांड शीघ्र भेजें। प्रभारी कार्यपालन यंत्री ने बताया कि जिले में कुल 25 हजार 90 हैंडपंप स्थापित हैं। जिनमें 572 साधारण खराबी से बंद है। 30 नग सिंगल फेज मोटर पंप और 5500 मीटर राईजर पाइप उपलब्ध हैं। ग्रीष्म काल के लिए 11 हजार मीटर राईजर पाइप की डिमांड भेजी गई है।सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव ने विभाग द्वारा रेट्रोफिटिंग और नल जल की चालू योजनाओं की जानकारी लेते हुए उनकी सूची जिला पंचायत को भेजने के निर्देश दिए। ताकि महिला स्व-सहायता समूह एवं ग्राम स्वास्थ्य पेयजल समिति को आवश्यक प्रशिक्षण एवं तैयारियां की जा सकें।जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि विभाग के तहत जिले में 3 सिंचाई परियोजनाओं का काम चल रहा है। इनमें रामनगर माइक्रो सिंचाई परियोजना का कार्य दिसंबर 2022, अधियारी सागर बांध की नहरों का शेष कार्य 30 जून 2022 और कुरी बांध की नहरों का शेष कार्य 30 जून 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। विभाग द्वारा 1580 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता की 4 स्वीकृत परियोजना का कार्य निविदा स्तर पर है। जिनमें शारदा सागर बांध मैहर, घुनवारा बांध, मैहर-पाथरकछार बांध और झगरहा बांध मझगवां शामिल है। जिले में विभागीय कुल 43 बांध सिचाई परियोजनाएं हैं।सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि जल संसाधन विभाग की रिपेयर की आवश्यकता वाली सिंचाई परियोजना में 10 लाख रुपये तक के बांध रिपेयर के प्रस्ताव मनरेगा में भी प्रस्तुत किए जा सकते हैं। बांध 5 साल पुराने हो तो उनमें पिचिंग अर्थवर्क के कार्य कराए जा सकते हैं। जल जीवन मिशन की सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना समीक्षा में बताया गया कि योजना कार्यों में वन विभाग से प्रस्तावित अनुमतियां प्राप्त हो गई है। खरमसेड़ा की ओर से खुदाई का कार्य 160 मीटर हुआ है, यहां 1500 मीटर की टनल बनानी है। इन्टेक वेल कम पंप हाउस का कार्य 40 प्रतिशत, अशुद्ध जल पंपिंग मेन, शुद्ध जल पंपिंग मेन का कार्य 85 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। इंटेक वेल का काम पूरा होते ही टनल के इस पार के जोन क्रमांक एक में 35 हजार घरेलू नल कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।