आधार डाटाबेस एवं खसरा अभिलेख में दर्ज नाम में अंतर होने पर गहन जाँच करने के निर्देश

सतना ।।रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीकृत किसान के आधार डाटाबेस में दर्ज नाम एवं खसरा अभिलेख में दर्ज नाम से अंतर (मिस्मैच) होने पर गहन जाँच की जाएगी। समर्थन मूल्य पर केवल वास्तविक किसानों से गेहूं के उपार्जन के लिए आधार सत्यापन (बायोमेट्रिक सत्यापन/ओटीपी) के आधार पर

पंजीयन की व्यवस्था की गई है। कतिपय कृषकों के खसरे आधार से लिंक न होने की वजह से समिति स्तर पर कृषकों के खसरे पंजीयन में जोड़े जाने की विशेष सुविधा भी दी गई है। केवल पंजीकृत कृषक के नाम से उसके भूमि स्वामित्व के वास्तविक खसरे ही लिंक होना चाहिए। प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण ने सभी कलेक्टर को निर्देश दिए है कि इस संबंध में समुचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

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