MP : जिले के चालीस विद्यालयों ने शिक्षा विभाग की उड़ाई नींद, पिछले वर्ष कक्षा 10 वीं के वार्षिक परीक्षा परिणाम 70 था त्रैमासिक में घटकर हुआ 60.50 फीसदी

सिंगरौली ।। कक्षा 10 वीं का वार्षिक परीक्षा परिणाम पिछले सत्र 2021-22 में बेहतर था, किन्तु इस शैक्षणिक सत्र में त्रैमासिक का परीक्षा परिणाम घटकर 60.50 प्रतिशत हो गया है। वार्षिक परीक्षा परिणाम ने 40 प्रतिशत से कम 14 विद्यालय शामिल थीं। लेकिन त्रैमासिक परीक्षा में इनकी संख्या बढ़कर करीब 40 पहुंच गयी है। परीक्षा परिणाम को गिरते देख शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टेंशन बढ़ गयी है। विद्यालयों में 100 फीसदी छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने कड़े कदम उठाया है।


इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह के निर्देश पर शिक्षा विभाग के आईटी सेल समन्वयक राजेन्द्र धर द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पिछले शैक्षणिक सत्र 2021-22 में कक्षा 10 वीं का वार्षिक परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा परिणाम से शिक्षा विभाग ने संतुष्टि जाहिर किया था। लेकिन वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2022-23 के त्रैमासिक परीक्षा परिणाम में लगभग 10 प्रतिशत की गिरावट होने से शिक्षा विभाग में चिंता का विषय बना हुआ है। इतना ही नहीं पिछले सत्र के वार्षिक परीक्षा में 40 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाली 14 शालाएं थीं। जबकि वर्तमान सत्र में त्रैमासिक परीक्षा के परिणाम आने के बाद इस तरह की शालाओं में करीब 3 फीसदी का इजाफा हुआ है और लगभग अब 40 विद्यालयों के 40 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम आयें हैं। जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने परीक्षा परिणाम सुधारे जाने को लेकर रणनीति तैयार की है।

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तैयार रणनीति के तहत सभी हाई एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूल के प्राचार्यों को इस बात के लिए निर्देशित किया गया है कि 9 वीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए वार्षिक परीक्षा के पूर्व तक विद्यार्थियों के उपस्थिति की प्रतिदिन मानीटरिंग की जायेगी। जिसे सभी प्राचार्य निम्र गूगल फार्म पर प्रतिदिन कक्षावार दर्ज एवं उपस्थित विद्यार्थियों की संख्यात्मक जानकारी प्रविष्ट करना सुनिश्चित करें। अनुपस्थित विद्यार्थियों की सूची तैयार कर 10-10 विद्यार्थियों के उपस्थिति की जिम्मेदारी शिक्षकों को सौपें। शिक्षक उन 10 विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों से लगातार संपर्क कर उनकी उपस्थिति प्रतिदिन विद्यालय में कराया जाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा साप्ताहिक टेस्ट प्रोजेक्ट उड़ान के तहत विभागीय समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देश के अनुसार प्रोजेक्ट उड़ान के अंतर्गत रेमेडियल माड्यूल आधारित अध्यापन एवं परीक्षा परिणाम वृद्धि हेतु डी एवं ई ग्रेड के विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम की तैयारी एवं अभ्यास के आंकलन हेतु प्रत्येक हाई स्कूल एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 9 वीं एवं 10 वीं की प्रत्येक विषय के लिए 12 दिसम्बर से प्रति सोमवार साप्ताहिक टेस्ट का आयोजन सुनिश्चित करें।

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साप्ताहिक टेस्ट के पेपर रेमेडियल माड्यूल में निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर जिले से विषय विशेषज्ञ टीम द्वारा तैयार कर प्रति सप्ताह सोमवार को 8 बजे विषय शिक्षक एवं प्राचार्य 48 एस डीजीलीप सिंगरौली ग्रु्रप में शेयर किया जावे। प्राचार्य प्रति विषय एक कापी टेस्ट पेपर का प्रिंट निकालकर विषय शिक्षक को उपलब्ध करायेंगे। विषय शिक्षक अपने कालखण्ड में बोर्ड पर प्रश्रों को लिखेंगे और विद्यार्थी उनके उत्तर रेमेडियल अभ्यास पुस्तिका में लिखेंगे। शिक्षक उसी दिन मूल्यांकन कर प्राप्तांक को रजिस्टर में अंकित करेंगे। अंकों को प्रति सप्ताह मंगलवार को गूगल फार्म लिंक पर प्रविष्ट करेंगे।


इन विद्यालयों ने बढ़ाई है टेंशन
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग में जिले के इन विद्यालयों ने त्रैमासिक परीक्षा परिणाम के बाद विभाग की टेंशन बढ़ा दी है। 40 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले विद्यालयों में शा.हाई स्कूल बंजारी, सासन, देवरीडांड़, कुम्हिया, शाहपुर, दुधमनिया, साजापानी, गल्र्स पंजरेह, गीर, बड़ोखर एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूल में कचनी, तिनगुड़ी, खुटार, सरई, मकरोहर, कर्सुआराजा, नौडिहवा खैड़ार, रजनिया, कन्या स्कूल बैढऩ, रजमिलान, पंजरेह, गोरबी कालरी, पडऱी, चाचर, झारा, शिवपुरवा, विन्ध्यनगर, गोपला, गल्र्स देवसर, सरौंधा एवं खनुआ विद्यालय शामिल हैं। जिनके त्रैमासिक परीक्षा के परिणाम 40 प्रतिशत आने के बाद शिक्षा विभाग के द्वारा साप्ताहिक टेस्ट प्रोजेक्ट उड़ान के तहत 12 दिसम्बर से साप्ताहिक टेस्ट के माध्यम से विशेष निगरानी रखे जाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने विद्यालयों के प्राचार्यों को दिया है।

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10 वीं का 80 एवं 12 वीं का 90 फीसदी परिणाम लाने का लक्ष्य
्रलोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 के कक्षा 10 वीं का रिजल्ट 80 एवं 12 वीं का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत का लक्ष्य रखा है और इसी उद्देश्य के साथ अब शैक्षणिक गतिविधियां बेहतर बनाने के लिए प्रयास तेज कर दिये गये हैं। वहीं आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने आज एक आदेश जारी किया है जिसमें स्पष्ट किया है कि संभाग एवं जिला स्तर पर आईटी सेल का गठन करें। जिला कार्यालय द्वारा चिन्हित शिक्षकों को समन्वयक आईटी एवं सहायक समन्वयक आईटी को आईटी संबंधी कार्य के लिए आदेशित करें। साथ ही संलग्रीकरण शिक्षकों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर प्रसारित करें। यह निर्देश संभाग एवं जिला स्तर पर कार्यरत आईटी सेल के समन्वयक एवं सहायक समन्वयक शिक्षकों पर लागू नहीं होगा।

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