देशहिंदी न्यूज

कुटुम्ब एप्प बना संगठनों का भरोसा, 50 हजार संगठन एवं 3 करोड़ यूज़र्स कर रहे इसका इस्तेमाल,आप भी बनवाये अपने संगठन या संस्था का खुद का ऐप्प

कुटुम्ब एप पर रजिस्टर करके आप भी कर सकते है अपने संगठन का विस्तार

मोबाइल कम्युनिटी एप ‘कुटुंब’ में अब तक 50 हजार संगठन एवं 3 करोड़ यूज़र्स इसका उपयोग कर रहे है। राजनीति संगठनों के लिए अपनी उपयोगिता साबित कर दी है । विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी के बिहार यूनिट ने अब कुटुंब एप को माध्यम बनाया है जनता से जुड़ने के लिए । हाल ही में बीजेपी बिहार ने अपना ऑफिसियल कुटुंब एप्प लांच किया और देखते ही देखते हजारो लोग घंटो में ही इससे जुड़ गए।


कुटुंब एप्प को प्रमुखता से चुनने की कईं वजह हैं, कुटुंब एप न सिर्फ बहुत तेज़ी से लोगों को संगठन से जोड़ रही है बल्कि संघटन के विचार लोगो तक बहुत आसानी से पहुंच रहे हैं । कुटुंब एप के ज़रिए लोगों का किसी भी संगठन से जुड़ना बहुत आसान हो गया है, इसलिए बीजेपी लोगों को जोड़ने कर सदस्यता अभियान आसानी से चला रही हैं । बीजेपी के अनुसार कुटुंब एप से लोग हमारी योजनाओं, काम, विचारों और नीतियों को बेहतर तरीके से समझ पा रहे हैं और लोग हमसे खुलकर अपनी बात कर रहे हैं ।
इसके अलावा कुटुंब एप वीडियो मीटिंग की सुविधा देता है जिससे लोग हमसे वीडियो के माध्यम से जुड़ रहे हैं, एक साथ हजारो लाखो लोगो की डिजिटल रैली एक क्लिक से शुरू कर पाना सिर्फ कुटुंब पर संगठन बना कर ही संभव है । कुटुंब एप एक ही ग्रुप में लाखों लोगों को एक साथ जोड़ रहा है और तमाम खर्चो और मुस्किलो को कम कर रहा है | इसलिए सभी राजनितिक पार्टियां खुद को कुटुंब एप पर रजिस्टर कर रही हैं और कुटुंब एप सबका भरोसा बना हुआ है ।

अभी तक कुटुंब पर प्रमुख राजनितिक पार्टियों के अलावा लगभग १० हजार से अधिक प्रमुख संगठन और २ करोड़ से ज्यादा भारतीय जुड़े हुए है और आज ये देश का सबसे बड़ा और एक मात्र संगठन एप्प है

कुटुंब एप के लाभ और सुविधाएं

  • सभी सदस्यों को ऑफिशियल डिजिटल आईडी कार्ड मिलता है
  • ऑनलाइन डोनेशन की सुविधा
  • पदाधिकारी बनाने की सुविधा
  • सदस्यों की जिलेवार सूचि सूची
  • वीडियो मीटिंग की सुविधा
    वीडियो मीटिंग के माध्यम से आप लाखो लोगो को १ साथ सम्बोधित कर सकते हैं

JAYDEV VISHWAKARMA

पत्रकारिता में 4 साल से कार्यरत। सामाजिक सरोकार, सकारात्मक मुद्दों, राजनीतिक, स्वास्थ्य व आमजन से जुड़े विषयों पर खबर लिखने का अनुभव। Founder & Ceo - Satna Times

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button