एकेएस के कला विभाग के विद्यार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण,अजयगढ़ किला सहित पन्ना जिले का जाना इतिहास

सतना। एकेएस विश्विविद्यालय ,सतना के कला विभाग के बीए व एंमए पाठ्यक्रम के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के 60 छात्र -छात्राओं के दल को अजयगढ़ किला सहित पन्ना जिले का इतिहास जानने का मौका मिला। विभागाध्यक्ष डॉ. एम.एस. बेग, फैकल्टी राजीव बैरागी एवं अन्य शिक्षकों के साथ 23 मार्च 2024 को सफर पर निकले।

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शैक्षणिक भ्रमण हेतु ऐतिहासिक महत्व के पन्ना जिला में स्थित अजयगढ़ किला व पन्ना की पहचान श्री जुगुल किशोर जी और श्री रामजानकी मंदिर का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। फैकल्टी इतिहास गौरव सर ने विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थित अजयगढ़ के किला के बारे मेबबटाया की यह 8वी 9वीं सदी में बनवाया गया था ।अपनी विशाल प्राचीर स्थिति के कारण लंबे समय तक किला अभेद्य एवम अजेय बना रहा । इसका सम्रद्धशाली इतिहास चंदेल वंश के शासकों के साथ जुड़ा है ।

यह अपनी अभूतपूर्व निर्माण शैली व नक्काशी के लिए आज भी जाना जाता है एवं खजुराहो के मंदिरों की नक्काशीदार प्राचीरों की नींव यही से मानी जाती है ।यहां स्थित अजयपाल जी के मंदिर में प्रतिवर्ष मकर संक्रांति में लगने वाले मेले के लिए मंदिर को 48 घंटे के लिए खोला जाता है । यह सब जानकारी पाकर छात्र खूब प्रसन्न हुए एवं रुचि पूर्वक सवाल किया। यहां मुख्य द्वार पर स्थित जलस्त्रोत से जुड़ी जनश्रुति के अनुसार आज भी चर्मरोग की रामबाण दवा है ।हजारों वर्षों के गौरवमयी इतिहास को समेटे यह किला आज भी जीवंत कला इतिहास की परंपरा को आगे बढ़ा रहा है । छात्र छात्राओं ने पन्ना जिले में स्थित श्री राम जानकी मंदिर एवं श्री जुगुल किशोर जी मंदिर की आरती के माध्यम से आध्यात्मिक आभा को भी महसूस किया गया।

इस भ्रमण के दौरान राजनीति विज्ञान के शिक्षक राजीव बैरागी ने निर्माण शैली को वास्तु निर्माण संरचना के विशेष संदर्भ में जानकारी दी। शिक्षक अश्विनी कुमार ओमरे के द्वारा पन्ना जिले की वस्तुस्थिति व सम्रद्ध विरासत से अवगत कराया गया । इस शैक्षणिक भ्रमण की संपूर्ण रूपरेखा विभागाध्यक्ष डॉ. एम. एस. बेग द्वारा तैयार की गई । भ्रमण में छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन,प्राची सिंह ,डॉ. पुष्पा सोनी ,डॉ. ऊषा द्विवेदी उपस्थित थे। स्टूडेंट्स ने संपूर्ण शैक्षणिक भ्रमण को काफी रोमांचक और महत्वपूर्ण बताया

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