भदई अमावस्या में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, मंदाकिनी में डुबकी के बाद कर रहे श्रद्धालु कामदगिरि की परिक्रमा

चित्रकूट,मध्यप्रदेश।। भदई अमावस्या में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब,मंदाकिनी में डुबकी के बाद कर रहे है कामदगिरि की परिक्रमा टॉपलीड- धार्मिक नगरी चित्रकूट में आज बताइए अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंदाकिनी में स्नान करने के बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन कर रहे हैं और कामदगिरि की परिक्रमा लगा रहे हैं बता दें कि यह अमावस्या मेला धार्मिक नगरी चित्रकूट में दीपावली के बाद दूसरा सबसे बड़ा मेला होता है जहां यूपी एमपी प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था समेत श्रद्धालुओं के ठहरने

इलाज पीने के पानी आदि की व्यवस्था की जाती है उत्तर प्रदेश शासन ने मेला क्षेत्र को कई सेक्टर और जोनों में बांटा गया है सभी जगह जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट होगी तैनाती भी की गई है जिससे कि अमावस्या मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो सके। दिगंबर अखाड़े के महंत दिव्य जीवन दास ने बताया कि धार्मिक नगरी चित्रकूट में आज भी कण-कण में भगवान व्याप्त है और प्रत्येक अमावस्या में यहां लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है किंतु भाद्र पक्ष की इस अमावस्या में 25 से 30 लाख श्रद्धालु धार्मिक नगरी चित्रकूट पहुंचते हैं और मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद कामतानाथ भगवान के दर्शन करते हैं और कामदगिरि की परिक्रमा लगा कर अपने मनोकामना की पूर्ति करते हैं। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या से धर्म नगरी चित्रकूट आए श्रद्धालु ने कहा कि धार्मिक नगरी चित्रकूट भगवान राम की तपोस्थली है और आज भी यहां भगवान राम की कृपा मिलती है यहां आने से मंदाकिनी स्नान और कामदगिरि की परिक्रमा से प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मनोकामना की पूर्ति होती है। श्रद्धालु देव मुहूर्त ने कहा कि धार्मिक नगरी नगरी चित्रकूट भगवान राम की तपोस्थली है और वह अपनी मनोकामना ओं की पूर्ति के लिए भगवान राम के इस तपोस्थली में आकर दर्शन पूजन किया है। उनका विस्वास है कि यहां आने मात्र से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

Exit mobile version