एकेएसयू के डॉ.आशुतोष पांडे द्वारा संपादित ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट’ पर पुस्तक स्प्रिंगर नेचर में प्रकाशित

Satna News :एकेएस यूनिवर्सिटी के डॉ.आशुतोष पांडे द्वारा संपादित पुस्तक “सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट: ए रोडमैप फॉर सस्टेनेबल एनवायर्नमेंटल प्रैक्टिसेज एंड सर्कुलर इकोनॉमी”, डॉ. अशुतोष पांडे, डॉ. सुरेंद्र सिंह सुथार, और डॉ. कासियन टी. टी. एमेशो के संपादन में प्रकाशित हुई है। यह पुस्तक ठोस कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय योगदान है। डॉ.अशुतोष पांडे, जो वर्तमान में ए.के.एस. यूनिवर्सिटी, सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में कार्यरत हैं, ने इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस अंतरराष्ट्रीय पुस्तक को स्प्रिंगर पब्लिकेशन ने फरवरी माह में प्रकाशित किया। एकेएस. यूनिवर्सिटी ने इस उपलब्धि के लिए डॉ. अशुतोष को हार्दिक बधाई दी है और उनके आगामी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी हैं।पुस्तक में कुल 19 अध्याय शामिल हैं, जो खाद्य, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक, टेक्सटाइल और प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन से संबंधित विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं। यह स्टार्टअप्स की भूमिका, बायोचार निर्माण, और लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास जैसे नवाचारों को भी संबोधित करती है, जो सर्कुलर अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहायक हैं।पुस्तक में ई-कचरे की बढ़ती समस्याओं और इसके लिए आवश्यक नीतिगत उपायों पर चर्चा की गई है।



साथ ही, अस्पताल और फार्मास्युटिकल कचरे के प्रबंधन के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियों और रणनीतियों को भी शामिल किया गया है। संपादकों ने अनौपचारिक और औपचारिक क्षेत्रों को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि कचरा प्रबंधन को अधिक प्रभावी और स्थायी बनाया जा सके।इसके अतिरिक्त, पुस्तक ऊर्जा पुनर्प्राप्ति, जैविक पदार्थों से ईंधन उत्पादन, और प्लास्टिक प्रबंधन में मशीन लर्निंग जैसी उन्नत तकनीकों पर भी प्रकाश डालती है। यह न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी है, बल्कि नीति निर्माताओं और औद्योगिक संगठनों के लिए भी एक अमूल्य संसाधन है।डॉ.पांडे, डॉ.सुथार और डॉ.एमेशो द्वारा प्रस्तुत यह प्रयास ठोस कचरा प्रबंधन और सर्कुलर अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को अपनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

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